Tuesday, November 27, 2012

''हमारा संकल्प अखण्ड़ भारत''

आजकल हिन्दुवादी विचारधारा के लोगों की पोस्ट पर अखण्ड़ भारत का सपना देखने वालों की भरमार है. अगर मे सही हूँ तो अखण्ड़ भारत का सही अर्थ हुआ भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का महासंघ. सही भी है, सपूत वही है जो अपनी माँ को टुकड़ों में बंटा हुआ ना देख सके. 
तीनों देशों का महासंघ बनेगा या नही ये बाद का विषय है लेकिन कल रात से मेरे दिमाग में ये चल रहा है कि अगर भारत खण्ड़
ित ना हुआ होता तो अखण्ड़ भारत कैसा रहा होता?????????
(आंकड़े लगभग में हैं कम ज्यादा भी हो सकते हैं)
20 करोड़ मुसलमान भारत के, 14 करोड़ पाकिस्तान के, 13 करोड़ मुस्लमान बांग्लादेश के, कुल मिलाकर 47 करोड़ और इस अखंड़ भारत की आबादी होती 127 करोड़. जिसमे मुसलमान होते 47 करोड़ अर्थात लगभग 37 प्रतिशत (100 में 37)
2 करोड़ ईसाई और 78 करोड़ हिन्दु. इस तरह चुनाव में 47 करोड़ मुसलमानों का मुकाबला 78 करोड़ हिन्दुओं से होता. मुसलमान तो हर हालत में एक होते और हिन्दुओं का वोट भी हर हालत में जाति के नाम पर बंटता.
इस तरह तो अगर अखण्ड़ भारत रहा होता तो इस देश में मुसलमानों का राज होता.
अब बहुत से बुद्धिजीवी लोग कह सकते हैं कि अगर सारे मुसलमान एक हो जाते तो हिन्दु भी एक हो जाते तब 47 करोड़ मुसलमान 78 करोड़ हिन्दुओं से कैसे जीतते????
उनको जवाब है कि इतिहास में एक हजार साल तक लात-जूता खाने के बाद भी हिन्दु मुसलमानों के विरुद्ध एक न होकर आपस में ही एक दूसरे को नीचा दिखाते रहे हैं तो आज तस्वीर कैसे बदल सकती थी?????
अब आते हैं मेन मुद्दे पर ''हमारा संकल्प अखण्ड़ भारत'' पर. मान लिजिये हमारा संकल्प अखण्ड़ भारत पूरा हो जाता है. तब क्या होगा????? तब क्या मुसलमानों को भगा दिया जायेगा????? अगर भगा दिया जायेगा तो कहाँ भगा दिया जायेगा और अगर नही भगाया गया तो इतिहास गवाह है कि मुसलमानों ने जहाँ पैर जमाया है काफ़िरों का सफ़ाया करना ही इनका मुख्य उद्देश्य रहा है.... जब, जब हिन्दुस्तान की सत्ता इनके हाथों मे आयी है निर्दोष और निहत्थे हिन्दुओं पर भूखे शेर की तरह टूट पड़े हैं. हिन्दुओं को बुरी तरह मारा-काटा और लूटा. उनकी बहन बेटियों को अपमानित किया.....
इतिहास को छोड़िये आज भी देखिये जहाँ मुठ्ठी भर मुसलमान इकठ्ठे हो जाये तो कैसे दहशतगर्दी फ़ैलती फ़ैलती है. और तब की सोचिये जब महासंघ के मुसलमान इकठ्ठे हो जाये?????????????