यदि कोई हिन्दु मुस्लिम एकता की बात करता है तो सभी हिन्दुस्तानी लोगों को इसका समर्थन करना चाहिये, परन्तु दिल से सोचकर नही।
दिमाग से भलि प्रकार सोच कर.. कही यह हिन्दु-मुस्लिम एकता का नारा ''हिन्दी चीनी भाई-भाई'' जैसे वाला न हो.. जैसा की नेहरू ने अपनी चीन यात्रा पर, पंचशील योजना के दौरान दी थी... याद करों उस 'हिन्दी चीनी भाई-भाई' वाले डायलोग को... यही डायलोग बोलकर ही चीनियों ने 1962 के युद्ध में हमारे सैनिको को मौत के घाट उतार दिया था.... इसलिये हमेशा सतर्कता से ही एकता करें. इतिहास से सबक लेते हुये ही एकता के लिये आगे बढ़ें....
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