Monday, July 22, 2013

ये नेता टोपी पहन नही रहे..पहना रहे हैं.....



सबसे ज्यादा सम्पन्न मुस्लिम हैं गुजरात में हैं......

1.गुजरात में मुस्लिमों का साक्षरता प्रतिशत 73% जबकि बाकी देश में 59%
2.ग्रामीण गुजरात में मुस्लिम लड़कियों की साक्षरता दर 57%, बाकी देश में 43%
3.गुजरात में प्राथमिक पाठशाला पास किये हुए मुस्लिम 74%,जबकि देश में 60%
4.गुजरात में हायर सेकण्डरी पास किये मुस्लिमों का प्रतिशत 45%, देश में 40%शिक्षा सम्बन्धी सारे के सारे आँकड़े मुस्लिम हितों की कथित पैरवी करने वाले, मुस्लिम हितैषी (?) पश्चिम बंगाल,उत्तर प्रदेश और बिहार से कोसों आगे हैं।
5.गुजरात के जिन गाँवों में मुस्लिम आबादी 2000 से अधिक है वहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की उपलब्धता है 89%,जबकि बाकी देश में 70%
6.जिन गाँवों में मुस्लिम आबादी 1000 से 2000 के बीच है. वहाँ स्वास्थ्य केन्द्र का प्रतिशत 66%है, जबकि देश का औसत है 43%
7. जिन गाँवों में मुस्लिम आबादी 1000 से कम है वहाँ 53%,राष्ट्रीय औसत है सिर्फ़ 20% शायद राहुल गाँधी आपको बतायेंगे, कि उनके पुरखों ने बीते 60 सालों में, भारत के ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिये कितने महान कार्य किये हैं।
8. गुजरात के ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्लिमों की प्रति व्यक्ति आय 668 रुपये हैं, पश्चिम बंगाल में 501, आंध्र प्रदेश में 610, उत्तरप्रदेश में 509, मध्यप्रदेश में 475 और मीडिया के दुलारे जोकर यानी लालू द्वारा बर्बाद किये गये बिहार में 400 रुपये से भी कम। गुजरात के शहरों में भी मुस्लिमों की बढ़ती आर्थिक सम्पन्नता इसी से प्रदर्शित होती है कि गुजराती मुस्लिमों के बैंक अकाउंट में औसत 32,932 रुपये की राशि है, जबकि यही औसत पश्चिम बंगाल में 13824/-तथा आसाम में 26,319/- है।
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मूर्ख मुसलमानों को अब तो समझ ही आ जाना चाहिये कि नीच सुअर सेकुलर नेता तुम लोगों को सिर्फ़ वोट की खातिर इस्तेमाल करते हैं. आरक्षण की बोटी फ़ेंक कर अपनी कुर्सी पक्की करते हैं. वोटों की खातिर तुम्हें आरक्षण का झुनझुना तो थमाते हैं लेकिन साक्षर करने की दिशा में कोई कदम नही उठाते. यही कारण है कि आज तक तुम लोग टायर पंचर बनाने का काम, कारीगरी का काम, बढ़ई जैसे काम करते ज्यादा दिखते हो. ये सेकुलर नेता तुम्हारे बच्चों को शिक्षित करने की दिशा में कोई ठोस कदम नही उठाते तभी तो तुम्हारे बच्चे 5 साल के हुये नही कि छेनी-हथोड़ी लिये घूमते हैं. इन्हें पता है अगर तुम लोग शिक्षित हो गये तो तुम लोग कभी इन्हें वोट नही दोगे. समझ लो ये नेता तुम्हारी टोपी नही पहन रहे बल्कि तुम्हें टोपी पहना रहे हैं....... 

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